Sunday, July 31, 2011

इत्र

इत्र है हँसी
महक उठता है वो
जिस पर छिड़का जाए

लेकिन
जो छिड़कता है
वो तो
चमक ही उठता है।

© चिराग़ जैन

Friday, July 29, 2011

जीवन का ज्ञान

पुरखों से आशीष, बुज़ुर्गों से जीवन का ज्ञान मिला
ऐसे मुझको जीवन भर मुस्काने का वरदान मिला
ईश्वर की अनुकम्पा है या फिर गत कर्मों का फल है
ख़ुशियां मेरी मीत हो गईं, दुख मुझसे अनजान मिला

© चिराग़ जैन