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Sunday, April 16, 2006
गुनाह
सज़ाओं में मैं रियायत का तलबदार नहीं क़ुसूरवार हूँ, कोई गुनाहगार नहीं मैं जानता हूँ कि मेरा क़ुसूर कितना है मुझे किसी के फ़ैसले का इन्तज़ार नहीं
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