Monday, December 20, 2010

व्यवहार

विवाद होने से अधिक निराशाजनक है, व्यवहार समाप्त हो जाना!

© चिराग़ जैन

Friday, December 17, 2010

कैमरा

ख़ुद अन्धेरे में रहकर ही
प्रकाशित करता है औरों को
...कैमरा।

लेकिन जैसे ही कोई किरण
रौशन करने आती है
कैमरे को...

...तो इसे
अंधियारी लगने लगती है
सारी दुनिया।

बिल्कुल इंसान की तरह है
कैमरा भी
...ओछा कहीं का!

© चिराग़ जैन

Thursday, December 9, 2010

लक्ष्मी पूजन के समय आतिशबाज़ी

एक ख़बर- वाराणसी में गंगा आरती के दौरान बम धमाका!
टिप्पणी- कभी दीवाली मनाई हो तो पता चले, लक्ष्मी पूजन के समय आतिशबाज़ी नहीं की जाती.

© चिराग़ जैन