Tuesday, June 7, 2011

काॅन्ट्रेक्ट बेस जाॅब

सरकारी नौकरी में
मिलने वाले
नियत वेतन की तरह
मिलता है
रिश्तों में दर्द।

और वार्षिक बोनस की तरह
मिल जाती है
ख़ुशी भी
यदा-कदा।

लेकिन
काॅन्ट्रेक्ट बेस जाॅब
होते हैं रिश्ते।

बहुत कुछ
सहन करना पड़ता है
इनमें!

...और
कब तक चलेंगे
कुछ कह नहीं सकते।

© चिराग़ जैन

Friday, June 3, 2011

मुख़्बिर

उफ़
ये मुई
सपनों की रोशनी

पलकें बंद हैं
पर
चमक उठा है
चेहरा।

© चिराग़ जैन