इस देश में पर्दा प्रथा थी
फिर कुछ लोगों ने आन्दोलन चलाए,
फिर कुछ लोगों ने आन्दोलन चलाए,
हम विकसित हुए
...पर्दे ग़ायब हो गए।
...पर्दे ग़ायब हो गए।
फिर देश आज़ाद हुआ,
हम और विकसित हुए
स्लीवलेस का ज़माना आ गया।
स्लीवलेस का ज़माना आ गया।
फिर बड़े-बड़े शहर बसे,
हम और विकसित हुए
लडकियों ने दुपट्टे लेने बंद कर दिए।
आज मॉल कल्चर में देखता हूँ
एक चोगा सा पहनती हैं,
लडकियों ने दुपट्टे लेने बंद कर दिए।
आज मॉल कल्चर में देखता हूँ
एक चोगा सा पहनती हैं,
नीचे से सलवारें ग़ायब।
इस पूरे आकलन पर
इस पूरे आकलन पर
एक टिपण्णी करना चाहता हूँ-
"ग़रीबी
"ग़रीबी
आदमी के कपड़े उतरवा लेती है,
और अमीरी औरतों के।"
-चिराग़ जैन
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