Saturday, September 18, 2010

सॉफ़्टवेअर करप्ट हो जाए

अब किसी के लिखे ख़त जलाने की ज़रूरत नहीं
है, बस मोबाइल का सॉफ़्टवेअर करप्ट हो जाए तो यादों के सारे अवशेष स्वतः ही ब्रह्मलीन हो जाते हैं!

© चिराग़ जैन

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