Thursday, August 8, 2019

कश्मीर विलय

बड़बोलों को भी तो समझा लो 
नकेल कोई डालो 
इन्हें भी ज़रा टोक दीजिये 

कोढ़ मिटा है लेकिन मद में बिल्कुल फूल नहीं जाना 
जिसमें घृणा पढ़ाई जाए, उस स्कूल नहीं जाना 
जश्न मनाना लेकिन हरगिज़ आउट ऑफ रूल नहीं जाना 
उनकी इज़्ज़त, अपनी इज़्ज़त, इसको भूल नहीं जाना 
अपने मन को भी कुछ तो खंगालो 
घृणा है तो मिटा लो 
प्यासों को अपनी ओक दीजिये 

बिगड़े बच्चे घर आए हैं, उनको थोड़ा प्यार करो 
ताने दे-देकर मत उनको, लड़ने को तैयार करो 
जो झुकता है, वही फलेगा, इस सच का विस्तार करो 
जो भी हैं, जैसे भी हैं, अपने हैं ये स्वीकार करो 
छोटे भाइयों को गले से लगा लो 
ओ फेसबुक वालो 
ज़ुबानी जंग रोक दीजिये 

© चिराग़ जैन

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