ज़िन्दगी को जिंदादिली से जीने वाले जो मुट्ठी भर इंसान इस दुनिया में हैं, उनमें से एक हैं अरुण जैमिनी जी। दोस्ती कैसे निबाही जाती है, और बिना तनाव लिए-दिए रिश्ते को कैसे सींचा जाता है; यह मैंने अरुण जी से सीखा है।
आयु गणना करने वाले देवता को कई वर्ष से चुटकुला सुनाकर ये उसकी गिनती भुला देते हैं। जब तक वह अपने कम्प्यूटर पर सारा खाता चैक करके वापिस आता है, तब तक अरुण जी कोई नया चुटकुला सोच लेते हैं।
मन से और मूड से हमेशा युवा रहने वाले अरुण जैमिनी जी को जन्मदिन की बहुत सारी शुभकामनाएं!
© चिराग़ जैन
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